पूजनपरम पूज्य आचार्य शिरोमणि, विराग सागर जी गुरुवर ।बालयति अरु स्याद्वाद जो, प्रज्ञा जिनकी बड़ी प्रखर ।।अपने ज्ञान ध्यान तप बल से, भव्यों का तम करे हनन ।ऐसे गुरु का अर्चन करके, आह्वानन कर करे न...
शुभ भावों का निर्मल जल है विनय भाव का है चन्दनगुरु वंदन ही अक्षत है ये भक्ति सुमन का अभिनन्दनमन वच तन से आत्म समर्पण मोह क्षोभ का शमन करूँ परम पूज्य आचार्य शिरोमणि विराग सिंधु जी को नमन करूँ ॐ ...
हे गुरुवर विराग सिंधु आचार्य पुकारें सभी तुमको निहारे सभी आरती उतारे हर बार गुरुवर…नगर पथरिया धन्य हुआ है, जन्म से गुरुवर तेरे, माँ श्यामा और कपूरचंद्र ने, जोड़े पुण्य घनेरेसारे जग में हुई ज...