कà¥à¤·à¥à¤²à¥à¤²à¤• पूरà¥à¤£ सागर जी अपने गà¥à¤°à¥à¤µà¤° परम पूजà¥à¤¯ आचारà¥à¤¯ शà¥à¤°à¥€ सनà¥à¤®à¤¤à¤¿ सागर जी महाराज के साथ नागपà¥à¤° चातà¥à¤°à¥à¤®à¤¾à¤¸ के बाद दरà¥à¤¶à¤¨à¤¾à¤°à¥à¤¥ चल दिये मà¥à¤•à¥à¤¤à¤¾à¤—िरि की ओर, सनॠ1981 में। à¤à¤• दिन कà¥à¤·à¥à¤²à¥à¤²à¤• पूरà¥à¤£ सागर जी, à¤à¤• वयोवृदà¥à¤§ कà¥à¤·à¥à¤²à¥à¤²à¤• रवि सागर जी को सहारा देते हà¥à¤ चल रहे थे परिणाम यह निकला कि उस दिन कà¥à¤·à¥à¤²à¥à¤²à¤• जी रह गये पीछे धीरे-धीरे चलने के कारण शाम होने लगी, तब साथ चल रहे शà¥à¤°à¤¾à¤µà¤• गà¥à¤²à¤¾à¤¬à¤šà¤¨à¥à¤¦ जी परतवाड़ा कà¥à¤·à¥à¤²à¥à¤²à¤• जी के पास अपनी राजदूत लेकर आये और बोले- रासà¥à¤¤à¤¾ लंबा है रातà¥à¤°à¤¿ न हो जाठअत: आप इस पर बैठजाइà¤, चूंकि कà¥à¤·à¥à¤²à¥à¤²à¤• रवि सागर जी वृदà¥à¤§ थे अत: वे बैठगठ| परनà¥à¤¤à¥ पूरà¥à¤£ सागर जी बोले - आप चलिठमैं दà¥à¤°à¥à¤¤à¤—ति से चलकर आता हूà¤à¥¤ कà¥à¤·à¥à¤²à¥à¤²à¤• जी दà¥à¤°à¥à¤¤à¤—ति से आगे बढ़ दिये, तà¤à¥€ किसी ने पीछे से आवाज लगाई - है शांति सागर रà¥à¤•à¤¿à¤¯à¥‡! कà¥à¤·à¥à¤²à¥à¤²à¤• जी ने समà¤à¤¾ कि शायद कोई à¤à¤•à¥à¤¤ होगा इसलिठदरà¥à¤¶à¤¨à¤¾à¤°à¥à¤¥ दौड़ा आ रहा है अत: वे रà¥à¤• गये परनà¥à¤¤à¥ ये कà¥à¤¯à¤¾ जैसे ही वह आया उसने कà¥à¤·à¥à¤²à¥à¤²à¤• जी के पैर पकड़ लिये कà¥à¤·à¥à¤²à¥à¤²à¤• जी ने पैर छोड़ने को कहा, तो वह बोला- पहले मà¥à¤à¥‡ अपने जैसा बनाओ तà¤à¥€ छोडूंगा।
कà¥à¤·à¥à¤²à¥à¤²à¤• जी समठगये - यह कोई शराबी है नशे में है अत: बोले - ठीक है, मैं तà¥à¤®à¥à¤¹à¥‡à¤‚ अपने जैसा अà¤à¥€ बनाता हूà¤, पर मà¥à¤à¥‡ छोड़ो तà¤à¥€ तो बनाऊà¤à¤—ा, जैसे ही उसने पैर छोड़े कà¥à¤·à¥à¤²à¥à¤²à¤• जी उलà¥à¤Ÿà¥€ परिकà¥à¤°à¤®à¤¾ लगा तेजी से आगे बढ़ दिये, पहले तो वह शराबी अचमà¥à¤à¥‡ में पड़ गया कि बाबा कहाठगायब हो गये, पर जैसे ही उसकी नजर पड़ी कà¥à¤·à¥à¤²à¥à¤²à¤• जी पर तो वह बोला - अरे कहाठजाते हो रà¥à¤•à¥‹ नहीं तो à¤à¤¸à¥à¤® कर दूंगा, कà¥à¤·à¥à¤²à¥à¤²à¤• जी तो तेजी से कदम बढ़ाते हà¥à¤ चले जा रहे थे परनà¥à¤¤à¥ शराबी तेज़ी से दौड़ा और कà¥à¤·à¥à¤²à¥à¤²à¤• जी का दà¥à¤ªà¤Ÿà¥à¤Ÿà¤¾ जैसे ही खींचा कà¥à¤·à¥à¤²à¥à¤²à¤• जो ने तà¥à¤°à¤¨à¥à¤¤ पकड़ लिया, अब à¤à¤• छोर उस शराबी के हाथ में और दूसरा छोर कà¥à¤·à¥à¤²à¥à¤²à¤• जी के हाथ में था,खींचातानी जारी थी कà¥à¤·à¥à¤²à¥à¤²à¤• जी ने सोचा यदि दà¥à¤ªà¤Ÿà¥à¤Ÿà¤¾ चला गया तो आचारà¥à¤¯ शà¥à¤°à¥€ डाटेंगे की दà¥à¤ªà¤Ÿà¥à¤Ÿà¤¾ à¤à¥€ नहीं संà¤à¤¾à¤² सकते। इतने में सामने से आती गायों का à¤à¥à¤£à¥à¤¡ दिखा, कà¥à¤·à¥à¤²à¥à¤²à¤• जी तà¥à¤°à¤¨à¥à¤¤ उनà¥à¤¹à¥‡à¤‚ बीच में कर सà¥à¤µà¤¯à¤‚ à¤à¤• तरफ व शराबी दूसरी तरफ हो गया और दà¥à¤ªà¤Ÿà¥à¤Ÿà¤¾ छà¥à¤¡à¤¼à¤¾ पà¥à¤¨à¤ƒ आगे बढे परनà¥à¤¤à¥ उस शराबी ने पà¥à¤¨à¤ƒ आगे दौड़ कर अबकी बार तो दà¥à¤ªà¤Ÿà¥à¤Ÿà¤¾ छीन लिया और à¤à¤¾à¤— गया तब कà¥à¤·à¥à¤²à¥à¤²à¤• जी बिना दà¥à¤ªà¤Ÿà¥à¤Ÿà¥‡ के ही आगे बढः दिये।
वहाठजब तक गà¥à¤²à¤¾à¤¬à¤šà¤¨à¥à¤¦ जी रवि सागर जी को छोड़कर आ गये पर ये कà¥à¤¯à¤¾ कà¥à¤·à¥à¤²à¥à¤²à¤• जी के पास तो दà¥à¤ªà¤Ÿà¥à¤Ÿà¤¾ ही नहीं है अत: पà¥à¤°à¤®à¥‹à¤¦ à¤à¤¾à¤µ से बोले - अरे कà¥à¤·à¥à¤²à¥à¤²à¤• जी, अपने दà¥à¤ªà¤Ÿà¥à¤Ÿà¥‡ का तà¥à¤¯à¤¾à¤— कब कर दिया। कà¥à¤·à¥à¤²à¥à¤²à¤• जी बोले - आपको मजाक सूठरही है और सारी घटना कह सà¥à¤¨à¤¾à¤¯à¥€, गà¥à¤²à¤¾à¤¬à¤šà¤¨à¥à¤¦ जी बोले महाराज! आप पहà¥à¤à¤šà¤¨à¥‡ ही वाले हैं कà¥à¤› ही दूरी बची है आप चलिये तब तक मैं उस शराबी से दà¥à¤ªà¤Ÿà¥à¤Ÿà¤¾ लेकर आता हूà¤à¥¤ यहाठकà¥à¤·à¥à¤²à¥à¤²à¤• जी शीघà¥à¤° ही मà¥à¤•à¥à¤¤à¤¾à¤—िरि पहà¥à¤‚च गये और वहाठपहà¥à¤à¤šà¤¤à¥‡ ही सबसे पहले आचारà¥à¤¯ शà¥à¤°à¥€ के पास जाकर सारी घटना सà¥à¤¨à¤¾à¤¯à¥€, आचारà¥à¤¯ शà¥à¤°à¥€ ने नया दà¥à¤ªà¤Ÿà¥à¤Ÿà¤¾ दे दिया तब तक टेकà¥à¤¸à¥€ वाला आ गया पर कà¥à¤·à¥à¤²à¥à¤²à¤• जी बोले - इसे तà¥à¤®à¥à¤¹à¥€ रखे लो मà¥à¤à¥‡ तो दà¥à¤¸à¤°à¤¾ मिल गया है।
गà¥à¤°à¥à¤µà¤° के जीवन की इस घटना से जà¥à¤žà¤¾à¤¤ हà¥à¤† कि वे बाहà¥à¤¯ परिसà¥à¤¥à¤¿à¤¤à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ या परेशानियों से नहीं डरते अपितॠगà¥à¤°à¥ की नजरों से | गिरने का à¤à¤¯ उनà¥à¤¹à¥‡à¤‚ अधिक रहता था, गà¥à¤°à¥ के पà¥à¤°à¤¤à¤¿ इसी आदर à¤à¤¾à¤µ ने कà¥à¤·à¥à¤²à¥à¤²à¤• जी को पहà¥à¤‚चा दिया उनà¥à¤¨à¤¤à¤¿ के सरà¥à¤µà¥‹à¤šà¥à¤š शिखर पर।
गà¥à¤°à¥ जीवन (मम) जीवंत आदरà¥à¤¶,
शिकà¥à¤·à¤¾à¤“ं - घटनाओं का सरà¥à¤— ।
मेरे जीवन का यही विमरà¥à¤¶,
दà¥à¤¨à¤¿à¤¯à¤¾ को कराऊठउनका दरà¥à¤¶ ।।
( घटनायें , ये जीवन की पà¥à¤¸à¥à¤¤à¤• से लिठगठअंश )