1980 दà¥à¤°à¥à¤— चातà¥à¤°à¥à¤®à¤¾à¤¸ की बड़ी रोचक घटना है। पूजà¥à¤¯ कà¥à¤·à¥. जी का दीकà¥à¤·à¤¾ के बाद चातà¥à¤°à¥à¤®à¤¾à¤¸ में केशलोंच, उमà¥à¤° छोटी तथा नाजà¥à¤• शारीरिक पà¥à¤°à¤•ृति होने से सारे सिर से खून की बूंदे-बूंदे छलकने लगी थी à¤à¤• शà¥à¤°à¤¾à¤µà¤• इस वैरागà¥à¤¯à¤®à¤¯à¥€ दृशà¥à¤¯ केशलोंच को देख रहे थे, देखते-देखते तो उनका हृदय दà¥à¤°à¤µà¤¿à¤¤ हो गया,पर कà¥à¤·à¥à¤²à¥à¤²à¤• जी के चेहरे पर असीम समता ही समता टपक रही थी। जैसे ही केशलोंच पूरà¥à¤£ हà¥à¤†,तो कà¥à¤·à¥à¤²à¥à¤²à¤• जी हाथ-पैर धोने छत के किनारे में जा रहे थे, उन शà¥à¤°à¤¾à¤µà¤• ने अकेला देखकर, उनके पीछे पीछे आ गये, और बोले- कà¥à¤·à¥à¤²à¥à¤²à¤• जी इतनी छोटी अवसà¥à¤¥à¤¾ में इतनी कठिन साधना देखकर दया आती है,आपके तो अà¤à¥€ खाने-पीने के दिन है, खेलने- कूदने के दिन है साधना तो वृदà¥à¤§à¤¾à¤µà¤¸à¥à¤¥à¤¾ का काम है। वे सà¥à¤¨à¤¾à¤¤à¥‡ रहे कà¥à¤·à¥à¤²à¥à¤²à¤• जी चà¥à¤ªà¤šà¤¾à¤ª सà¥à¤¨à¤¤à¥‡ रहे, तो उनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने धीरे से कहा- कà¥à¤·à¥à¤²à¥à¤²à¤• जी हमारे यहां अटूट-धन-संपतà¥à¤¤à¤¿-घर है पर कोई संतान नहीं, आप चाहे तो, सà¥à¤¨à¤¤à¥‡ ही कà¥à¤·à¥à¤²à¥à¤²à¤• जी ने बीच में टोकते हà¥à¤ कहा- आप कहना कà¥à¤¯à¤¾ चाहते हैं तो उनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने कह दिया, आप हमारे घर चले हम सारी धन- समà¥à¤ªà¤¤à¤¿ आपके नाम कर देंगे। तो उनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने कहा- अचà¥à¤›à¤¾, तो चलो, पूजà¥à¤¯ गà¥à¤°à¥à¤µà¤° के पास कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि मैं बिना पूजà¥à¤¯ गà¥à¤°à¥à¤µà¤° से पूछे कोई काम नहीं करता उनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने जैसे ही पूजà¥à¤¯ आचारà¥à¤¯ शà¥à¤°à¥€ की बात सà¥à¤¨à¥€ तो बोले, नहीं-नहीं।
तब पूजà¥à¤¯ कà¥à¤·à¥à¤²à¥à¤²à¤• जी ने गंà¤à¥€à¤° वाणी में कहा- यह संयम दà¥à¤°à¥à¤²à¤ निधि जिसकी कीमत, कितनी à¤à¥€ धन- दौलत को à¤à¤•तà¥à¤°à¤¿à¤¤ कर दो फिर à¤à¥€ नहीं आंकी जा सकती। धन-दौलत तो à¤à¤µ-à¤à¤µ में मिल सकता है पर संयम नहीं। अब à¤à¤¸à¥€ कà¤à¥€ दोबारा बात मत करना।
गà¥à¤°à¥ जीवन (मम) जीवंत आदरà¥à¤¶,
शिकà¥à¤·à¤¾à¤“ं - घटनाओं का सरà¥à¤— ।
मेरे जीवन का यही विमरà¥à¤¶,
दà¥à¤¨à¤¿à¤¯à¤¾ को कराऊठउनका दरà¥à¤¶ ।।
( घटनायें , ये जीवन की पà¥à¤¸à¥à¤¤à¤• से लिठगठअंश )