गुरुदेव अभीक्ष्ण ज्ञानोपयोगी संत है जो स्व-परोपकारार्थ जिनवाणी के प्रचार-प्रसार तथा अध्यन-अध्यापन में तल्लीन रहते हैं।उनके द्वारा जिनधर्म की प्रभावना स्वरूप समय समय पर अनेक ग्रंथो की वाच...
संस्कृत टिका साहित्य -वारसाणुपेख्या पर सर्वोदया टीका 1100 पृष्ठीय : भाग 1-2 ,रयणसार पर रत्नत्रयवर्धिनी टीका 1300 पृष्ठीय : भाग 1-2 ,लिंग पाहुड़ पर श्रमण प्रबोधनी टीका।शिलपाहुड पर श्रम...